Pandit Sanjay Sharmaब्लॉगर अध्यक्ष ब्रह्मसेना
@PtSanjaySharm10
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो मैं खुद लौट जाऊँगा मुझे नाकाम होने दो मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढते क्यों हो मैं खुद हो जाऊँगा बदनाम पहले नाम तो होने दो
ID:1142131396468756480
21-06-2019 18:05:19
23,5K Tweets
4,0K Followers
3,6K Following
बहुत कठिन है डगर 24 की INDIA/NDA
ये लेख अवश्य पढ़ें हार और जीत के सारे समीकरण बताएं हैं
Narendra Modi Rahul Gandhi Priyanka Gandhi Vadra Congress BJP
Ali Sohrab जुल्म की कोई जाति धर्म होती है पहले जरा ये बताने का कष्ट करें
कश्मीरी पंडितों के साथ किसने जुल्म किया ये बताने का भी हौसला है
नहीं तो फिर जुल्म की जाति तय हो गई
मतलब हिंदुओं पर हुआ जुल्म तुम्हारी नजर में जुल्म नहीं है
मुस्लिमों पर हुआ जुल्म तुम्हारी नजर में जुल्म है कमाल है
Ali Sohrab कश्मीरी पंडितों और महिलाओं से हुए घृणित और अमानवीय अत्याचार पर भी अपने श्रीमुख से कुछ बोलो
कौन थे वो अमन पसन्द लोग किस जाति धर्म से थे वो भेड़िये
कुछ रोशनी डालो
Ali Sohrab काहे बिना मतलब आसमान सिर पर उठा रहे हो
हिंदुस्तान में रहकर मौज मार रहे हो हजम नहीं हो रहा बस
शांति से रहो और दूसरों को भी शांति से रहने दो
पर बबाल किये बिना हाजमा सही नहीं रहता जब हाजमा दुरुस्त किया जाता है तो बिलबिलाना शुरू कर देते हो
चीन में तो बिल्कुल दुरुस्त रहते हो
The Oshin Sharma संतुष्टि के लिए व्यक्ति आपा धापी में लगा रहता है फिर भी संतुष्टि नहीं मिल पाती
अधिक और अधिक पाने की चाह ही असंतुष्टि का कारण है
सन्तुष्ट तो खैर आप भी नहीं होगी
Wajidkhan लाखों लोगों का एक जगह इकट्ठा होना शक्ति प्रदर्शन कहलाता है ये शक्ति प्रदर्शन किसको दिखाने के लिए होता है?
इंडिया पाकिस्तान के क्रिकेट मैच में पाकिस्तान की वकालत करते भी अमनचैन वालों को देखा है
और रही बात सबके अमन चैन का पैगाम देने की तो मुम्बई ब्लास्ट किस अमन चैन की श्रेणी में थे
Rajkumar Bhati हिन्दू को मर्यादा में रहना भी आता है खाकर गुर्राने वालों की अक्ल ठिकाने लगाने के लिए मर्यादा तोड़ना भी आता है
क्या सारी मर्यादाएं हिन्दू के लिये हैं
हमने वो वक्त भी देखा है जब हिन्दू कुछ ज्यादा मर्यादा में रहता था लेकिन अब पता लगा कि वो मर्यादा नहीं डर था
अब हिन्दू डरता नहीं बस
Ali Sohrab यही तो है गीता का ज्ञान
हर किये गए एक्शन का रिएक्शन तो आता ही है चाहे आज चाहें कल
वैसे एक बताओ कि कश्मीरी पंडितों ने कौन सी गालियां दी थीं जो उनके साथ अमन पसन्द लोगों ने घृणा की पराकाष्ठा पार कर दी थी
और वो कौन सा संवैधानिक संरक्षण था और वो किस संविधान की खूबसूरती थी ?