Om Thanvi | ओम थानवी(@omthanvi) 's Twitter Profileg
Om Thanvi | ओम थानवी

@omthanvi

Ex-Editor Jansatta, Indian Express Group | Author 'Muanjodaro' | Founding Vice Chancellor Haridev Joshi University of Journalism & Mass Comm., Jaipur

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calendar_today06-02-2010 19:24:32

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चापलूस, बेईमान और डरे हुए मीडिया की दास्तान तथ्यों, हवालों और आँकड़ों के साथ। टीवी और नव मीडिया — ख़ासकर कथित ‘सोशल’ मीडिया — के बदरंग हाल का कच्चा चिट्ठा। बहुत दिलचस्प। किताब मिलते ही पढ़ डाली। vineet kumar को दिली बधाई।

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जब राजनीति तय करने लगे कि क्या खाएँ, कब खाएँ तो मतदान के रोज अपना मत जरूर अभिव्यक्त कर आएँ। वरना थोड़ा समय अच्छी किताब, अच्छी फिल्म, कला के लिए भी रखें। MUBI पर विम वेंडर्स की PERFECT DAYS आ गई है। आम जीवन में मौन, करुणा और प्रेम की जगह पहचानने में बहुत मदद मिलेगी।

जब राजनीति तय करने लगे कि क्या खाएँ, कब खाएँ तो मतदान के रोज अपना मत जरूर अभिव्यक्त कर आएँ। वरना थोड़ा समय अच्छी किताब, अच्छी फिल्म, कला के लिए भी रखें। MUBI पर विम वेंडर्स की PERFECT DAYS आ गई है। आम जीवन में मौन, करुणा और प्रेम की जगह पहचानने में बहुत मदद मिलेगी। #PerfectDays
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कुछ शब्द इतने ग़लत ढंग से लिखते हैं कि कोफ़्त होती है। जैसे शब्द है ब्योरा, मीडिया लिखता है ब्यौरा। सही वर्तनी है ख़मियाज़ा। लिखा जाता है ख़ामियाज़ा। जयपुर में सरकार और पत्रकार, दोनों, सर्कल को सर्किल लिखते हैं! जैसा पढ़ते हैं, लोग भी आगे वैसा लिखते-बोलते हैं। मानकीकरण कौन करेगा?

कुछ शब्द इतने ग़लत ढंग से लिखते हैं कि कोफ़्त होती है। जैसे शब्द है ब्योरा, मीडिया लिखता है ब्यौरा। सही वर्तनी है ख़मियाज़ा। लिखा जाता है ख़ामियाज़ा। जयपुर में सरकार और पत्रकार, दोनों, सर्कल को सर्किल लिखते हैं! जैसा पढ़ते हैं, लोग भी आगे वैसा लिखते-बोलते हैं। मानकीकरण कौन करेगा?
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सुरेश पंत sureshpant अपना ही इलहाम है। किसी ने कहा नहीं। कई दिन से लग रहा था कि लत-सी पड़ गई। कितना अन्याय और अनीतिकर घटित हो रहा है। सब पर बोलने की तलब। बहस। जबकि अपनी लिखी हुई चीज़ों को संवार कर प्रकाशक को देने को समय नहीं। पढ़ना भी कम हो गया। हर जगह मानो यही ‘काम’। पर संयम से झाँकता ज़रूर रहूँगा!

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कोई फोटो देखा। साझा किया। पुराना निकला। डिलीट कर दिया। जी खराब रहा। नया होता तो एक दलील थी। पुराने में निजता का खलल था। वैसे भी एक्स/ट्विटर में अब वह आनंद नहीं। ब्लू-टिक छिन गया। उनका धंधा है। चार पंक्तियों में कितना लिखें। साँचे में धँसने में वक्त निकल जाता है। देखेंगे फिर।

कोई फोटो देखा। साझा किया। पुराना निकला। डिलीट कर दिया। जी खराब रहा। नया होता तो एक दलील थी। पुराने में निजता का खलल था। वैसे भी एक्स/ट्विटर में अब वह आनंद नहीं। ब्लू-टिक छिन गया। उनका धंधा है। चार पंक्तियों में कितना लिखें। साँचे में धँसने में वक्त निकल जाता है। देखेंगे फिर।
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“ऐ वतन मेरे वतन”: दिखाऊ देशभक्ति के दौर में जाँबाज़ देशभक्तों की दास्तां। उषा मेहता और भूमिगत समूह का रेडियो कांग्रेस (’47 पूर्व)। कुछ सच्चे चरित्रों से प्रेरित। फ़िल्म 'लाउड' ज़रूर है, पर डॉ लोहिया का स्मरण अहम है। इमरान हाशमी और सारा अली ख़ान का अभिनय जानदार। प्राइम वीडियो पर।

“ऐ वतन मेरे वतन”: दिखाऊ देशभक्ति के दौर में जाँबाज़ देशभक्तों की दास्तां। उषा मेहता और भूमिगत समूह का रेडियो कांग्रेस (’47 पूर्व)। कुछ सच्चे चरित्रों से प्रेरित। फ़िल्म 'लाउड' ज़रूर है, पर डॉ लोहिया का स्मरण अहम है। इमरान हाशमी और सारा अली ख़ान का अभिनय जानदार। प्राइम वीडियो पर।
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शानदार। हमारी ओर तो मुँह-फुलाए लोग ज़्यादा मिलते हैं। दफ़्तर, स्कूल, रेस्तराँ, मेट्रो, लिफ़्ट — हर प्रवेश द्वार पर यह उपकरण लगवा दें तो उत्तम!

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CSR की पोल-खोल रिपोर्ट। ⁦Dainik Bhaskar⁩ ने चुनावी चंदे-धंधे के मामले में भी खोजपूर्ण ख़बरें दी हैं।

CSR की पोल-खोल रिपोर्ट। ⁦@DainikBhaskar⁩ ने चुनावी चंदे-धंधे के मामले में भी खोजपूर्ण ख़बरें दी हैं।
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उत्तम सुझाव। परिवार-वाद से (उचित) दूरी बनाएँ परंतु एक-व्यक्ति-वाद को भी सुदीर्घकाल के लिए न पनपाएँ — ऐसी नीति पर भी हर दल को सोचना चाहिए। इतिहास गवाह है कि इस वृत्ति से प्रगतिशील वामपंथी भी बरी नहीं रहे। जबकि अमेरिका में राष्ट्र की रहनुमाई एक व्यक्ति अधिकतम दो बार ही कर सकता है।

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ऐसी भी साफ़गोई — पत्रकारिता कर रहा था, पर असल में भाजपा का कार्यकर्ता था।

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Arvind Kejriwal’s 11 mistakes in 11 years: Kejriwal’s blunders weakened him to the point that the BJP felt his arrest won’t backfire | ⁦Shivam Vij⁩ gulfnews.com/opinion/op-eds…

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ऐसे पत्रकार को पत्रकारिता करने का क्या शऊर जो महिला पत्रकार पर हाथ उठाए? Smita Prakash

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कांग्रेस के नेता ही चुनाव लड़ने को तैयार नहीं, या अनमने हैं, तो केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता पर क़ाबिज दल को टक्कर कैसे देंगे?

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