मैं हमेशा इसी ट्रेन से अपने गाँव से आता जाता हूँ और ये लोग अक्सर हमें पानी पिलाते हुए मिल जाते हैं और बड़े ही शालीनता के साथ हमें प्यार से पानी पिलाते हैं ❤️💦
बूढ़ी माता अपने नन्हे बच्चे के साथ गांव में टहल टहल कर पेट भर रही थीं। मेड़ों की घास नालियों का पानी पी कर जी रही माता बीती रात घोर संकट में फंस गईं। माता सड़क से सटे हुए सूखे कुएं में जा गिरीं। साथ मे बच्चा भी था। मां के कुएं में गिरने के बाद असहाय हुआ बच्चा पास में खड़ा हो कर