किसी की उपस्थिति मे ह्रदय उभर जाता है
और किसी की अनुपस्थिति में आँखे
और दोंनो परस्थितियों मे ह्रदय के भीतर से प्रेम का उभर जाना कोई नही जानता ,कोई नही ईश्वर भी नही🌶🍒
#शुभरात्रि
😉😎🤓🤞
ना तुम अपने माज़ी का कोई ज़िक्र छेड़ो.,
ना मैं भूली हुई कोई नज़्म दोहराऊँ....!!
~फ़ितूर~
चलो दूर तक अजनबी रास्तों पर .,
पैदल चलें.....!!
#शुभरात्रि