गजब,बड़े अहमक हो यार! मेरी सलाह मानो,सारे विपक्षियों को इकट्ठा करो और उन्हें समझाओ कि वे अपने विलासितापूर्ण जीवन को त्याग जनता-जनार्दन के पास जाएं,उनकी समस्याओं को जानें और निस्वार्थ होकर उन समस्याओं का निवारण करें।फिर देखना,जीत उनके कदम अवश्य चूमेगी और मेरा आशीर्वाद भी मिलेगा।