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Narpati C Pareek 🇮🇳(@pareeknc7) 's Twitter Profile Photo

रवि दग्ध है तपती धरा, खग वृन्द प्यासे हैं विकल।
तृण-तृण तृषित हो जल रहा, अदृश्य हैं मृदु स्रोत जल॥

हैं रिक्त सर सरि बावड़ी, हत अश्रुपूरित झील हैं।
थाती धरा की कह रही, ठोंकी मनुज ने कील हैं॥

- अनामिका सिंह 'अना'
  ✍️
Kavita Kosh
Lalit Kumar

रवि दग्ध है तपती धरा, खग वृन्द प्यासे हैं विकल। तृण-तृण तृषित हो जल रहा, अदृश्य हैं मृदु स्रोत जल॥ हैं रिक्त सर सरि बावड़ी, हत अश्रुपूरित झील हैं। थाती धरा की कह रही, ठोंकी मनुज ने कील हैं॥ - अनामिका सिंह 'अना' #कविता_कोश  #लेखनी✍️ @kavitakosh @SamyakLalit
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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

ये है 'कविता कोश' अनुपम, अलंकारों से जड़ा
जितना लूटोगे इसे आश्चर्य मय! उतना बढ़ा

जब कोई साथी हमें, मिलता नहीं परिवेश में
साथ साँचा पा सकेंगे, मित्र 'कविता कोश' में!

~डॉ मृदुल कीर्ति
✍️
Kavita Kosh के स्थापना दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं 💐
संस्थापक:Lalit Kumar

ये है 'कविता कोश' अनुपम, अलंकारों से जड़ा जितना लूटोगे इसे आश्चर्य मय! उतना बढ़ा जब कोई साथी हमें, मिलता नहीं परिवेश में साथ साँचा पा सकेंगे, मित्र 'कविता कोश' में! ~डॉ मृदुल कीर्ति #कविता_कोश #लेखनी✍️ @kavitakosh के स्थापना दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं 💐 संस्थापक:@SamyakLalit
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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

Yasmeen khan🌸 Arti Singh Kavita Kosh Lalit Kumar Narpati C Pareek 🇮🇳 Shweta Jha (मोदी जी का परिवार) Alok Ranjan Srivastav Abhishek Kumar Ambar Sharda Suman (श्वेतवर्णा) अमित🇮🇳 GeetaNatha Margret. सन्तोष 'एहसास' #(मोदी जी का परिवार) Archana Sharma @SaritaaroraS Arun Tripathi Kuldip Mengi Yogesh Mishra मधूलिका सिंह Malti Vishwakarma arora 🇮🇳 Sunita Yadav Arvind Kr Yadav विजय नगरकर Vijay Nagarkar Manoj Kanaujia Dileep Singh Vinesh Gaba( मोदी का परिवार ) Baaten साहित्य की ó☞ 𝕯𝖊𝖛𝖆𝖓𝖆𝖓𝖉 𝕻𝖗𝖆𝖐𝖆𝖘𝖍 (جھوٹ) Peetamber meena former Crpf Laxminarayan ghatela luckyghatela सुजीत कुमार तिवारी पावस ऋतु थी, पर्वत प्रदेश,
पल-पल परिवर्तित प्रकृति-वेश !

मेखलाकर पर्वत अपार
अपने सहस्‍त्र दृग-सुमन फाड़,
अवलोक रहा है बार-बार
नीचे जल में निज महाकार,

-जिसके चरणों में पला ताल
दर्पण सा फैला है विशाल !

~ सुमित्रानंदन पंत
💐 ✍️

@Yasmeen80859727 @ParmarA03 @kavitakosh @SamyakLalit @pareeknc7 @ShwetaJha01 @alokrsrivastav @ambar_abhishek @ShardaSuman5 @kr0271amit @GeetaNatha @margret_017 @Sksio3 @ArchanaVed @SaritaaroraS @tripathiarun123 @MengiKuldip @Tohopeislife @madhuleka @MaltiVishwaka12 @arorafbd @Syadav02 @Arvindhse2 @vipranagarkar @mkanoujia78 @DileepS94728729 @VineshGaba @vds31175 @Dev__Prakash @PeetamberC @LLuckyghatela13 @Sujitkumartiw11 पावस ऋतु थी, पर्वत प्रदेश, पल-पल परिवर्तित प्रकृति-वेश ! मेखलाकर पर्वत अपार अपने सहस्‍त्र दृग-सुमन फाड़, अवलोक रहा है बार-बार नीचे जल में निज महाकार, -जिसके चरणों में पला ताल दर्पण सा फैला है विशाल ! ~ सुमित्रानंदन पंत #कविता_कोश 💐 #लेखनी ✍️
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Abhishek Kumar Ambar(@ambar_abhishek) 's Twitter Profile Photo

उदासी ने कभी जब पर उठाए
तेरी यादों के तब ज़ेवर उठाए

कोई दीवाना जब भी सर उठाए
ज़माने ने तभी पत्थर उठाए

लगा यादों के जब-जब फूल चुनने
मेरे हाथों ने बस नश्तर उठाए

- अभिषेक कुमार अम्बर

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Mohan Pargaien IFS🇮🇳(@pargaien) 's Twitter Profile Photo

कुछ और रंग भरे मौज भरे होली के मतवाले दृश्य 👇लोहघाट से
(साभार देवभूमि ग्रुप)

गले मुझ को लगा लो ऐ मिरे दिलदार होली में
बुझे दिल की लगी भी तो ऐ मेरे यार होली में
भारतेंदु हरिश्चंद्र

कुछ और रंग भरे मौज भरे होली के मतवाले दृश्य 👇लोहघाट से (साभार देवभूमि ग्रुप) गले मुझ को लगा लो ऐ मिरे दिलदार होली में बुझे दिल की लगी भी तो ऐ मेरे यार होली में भारतेंदु हरिश्चंद्र
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कहाँ आ के रुकने थे रास्ते
कहाँ मोड़ था उसे भूल जा
वो जो मिल गया उसे याद रख
जो नहीं मिला उसे भूल जा

- अमजद इस्लाम अमजद

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छब्बीस जनवरी है बड़ा दिन महान है
ख़ुशियां मना रहा मिरा हिन्दोस्तान है

देखी अनेकता में यहां हम ने एकता
जमहूरियत की अपनी अनोखी ही शान है

हिन्दू हो कोई सिख हो मुसिलमान हो कोई
वतने-अज़ीज़ सब का ये हिन्दोस्तान है

- राजेन्द्र नाथ रहबर



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कैलेण्डर 2023
======

कविता कोश कैलेण्डर ऑर्डर करने में कोई भी प्रॉब्लम हो तो, आप लोग 8447540078 पर कविता कोश टीम से सम्पर्क कर सकते हैं।

धन्यवाद

कैलेण्डर 2023 ====== कविता कोश कैलेण्डर ऑर्डर करने में कोई भी प्रॉब्लम हो तो, आप लोग 8447540078 पर कविता कोश टीम से सम्पर्क कर सकते हैं। धन्यवाद
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बहुत कठिन है वफ़ा की डगर तो क्या कीजे
न हमसफ़र न कोई राहबर तो क्या कीजे

- अमीता परसुराम मीता

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फर्क है तुझमें, मुझमें बस इतना,
तूने अपने उसूल की ख़ातिर,
सैंकड़ों दोस्त कर दिए क़ुर्बा,
और मैं ! एक दोस्त की ख़ातिर,
सौ उसूलों को तोड़ देता हूँ।

- राजेन्द्र नाथ रहबर

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इतिहास में कई बार
तानाशाहों का अंत
कई बार हो चुका है,
लेकिन इससे उन पर
कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता
क्योंकि उन्हें लगता है कि
वे पहली बार तानाशाह हुए है।।

~ मंगलेश डबराल

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तुम हमारे किसी तरह न हुए
वरना दुनिया में क्या नहीं होता

- मोमिन ख़ाँ मोमिन

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Tej@$wini(@Tejaswinii_11) 's Twitter Profile Photo

आरती सिंह 🕊️ Margret. Shweta Jha (मोदी जी का परिवार) جون سی जौनसी Taruna Misra 𝓐 ⚘𝓢 Narpati C Pareek 🇮🇳 Arun Tripathi Yasmeen khan🌸 Abhishek Kumar Ambar Alok Ranjan Srivastav अमित🇮🇳 Vinesh Gaba( मोदी का परिवार ) GeetaNatha Malti Vishwakarma जिनको दुनिया की निगाहो से छुपाये रखा
जिनको इक उम्र कलेजे से लगाये रखा

जिनका हर लफ़्ज़ मुझे याद था पानी की तरह
याद थे मुझको जो पैग़ाम-ए-ज़ुबानी की तरह
मुझको प्यारे थे जो अनमोल निशानी की तरह

तेरे ख़त आज मैं गंगा मे बहा आया हूं
आग बहते हुये पानी मे लगा आया हूं
🙏

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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

जी
🙏
तेरे ख़ुशबू में बसे ख़त, मैं जलाता कैसे,
प्यार में डूबे हुये ख़त, मैं जलाता कैसे,
तेरे हाथों के लिखे ख़त, मैं जलाता कैसे?

फिल्म : अर्थ (1983)
Margret. Shweta Jha (मोदी जी का परिवार)
جون سی जौनसी Taruna Misra
𝓐 ⚘𝓢
youtu.be/QWrPySCCiW0

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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

महताब नहीं निकला सितारे नहीं निकले
देते जो शब-ए-ग़म में सहारे नहीं निकले।

क्या छोड़ के बस्ती को गया तू कि तिरे बा'द,
फिर घर से तिरे हिज्र के मारे नहीं निकले !

(1931-2022)
🙏
✍️
Narpati C Pareek 🇮🇳 Batra K

महताब नहीं निकला सितारे नहीं निकले देते जो शब-ए-ग़म में सहारे नहीं निकले। क्या छोड़ के बस्ती को गया तू कि तिरे बा'द, फिर घर से तिरे हिज्र के मारे नहीं निकले ! #राजेंद्रनाथ_रहबर (1931-2022) #विनम्र_श्रद्धांजलि🙏 #लेखनी✍️ @pareeknc7 @BatraK9
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Abhishek Kumar Ambar(@ambar_abhishek) 's Twitter Profile Photo

विश्वप्रसिद्ध शायर,'तेरे ख़ुशबू में बसे खत' के लेखक,

मेरे उस्ताद श्री राजेन्द्र नाथ रहबर 92 वर्ष की आयु में आज अनन्त यात्रा पर रवाना हो गए.!

ईश्वर उनको अपने श्रीचरणों में स्थान दे!

rekha bhardwaj Rana Safvi رعنا राना Munawwar Rana Aalok Shrivastav Teekhar Hindi Kavita हिन्दी हाउस

विश्वप्रसिद्ध शायर,'तेरे ख़ुशबू में बसे खत' के लेखक, मेरे उस्ताद श्री राजेन्द्र नाथ रहबर 92 वर्ष की आयु में आज अनन्त यात्रा पर रवाना हो गए.! ईश्वर उनको अपने श्रीचरणों में स्थान दे! @rekha_bhardwaj @iamrana @MunawwarRana @AalokTweet @teekhar @Hindi_Kavitaa @hindi_house_
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Kavita Kosh(@kavitakosh) 's Twitter Profile Photo

वतन की सर-ज़मीं से इश्क़ ओ उल्फ़त हम भी रखते हैं
खटकती जो रहे दिल में वो हसरत हम भी रखते हैं

ज़रूरत हो तो मर मिटने की हिम्मत हम भी रखते हैं
ये जुरअत ये शुजाअत ये बसालत हम भी रखते हैं

- जोश मलसियानी

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Kavita Kosh(@kavitakosh) 's Twitter Profile Photo

मैं ने ये सोच के बोए नहीं ख़्वाबों के दरख़्त
कौन जंगल में उगे पेड़ को पानी देगा

- अज़ीज़ बानो दाराब 'वफ़ा'

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Kavita Kosh(@kavitakosh) 's Twitter Profile Photo

कहीं ज़मीं से तअल्लुक़ न ख़त्म हो जाए
बहुत न ख़ुद को हवा में उछालिए साहिब

~ राजेन्द्र नाथ रहबर

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Kanhaiyalal(@88kanhaiyalal) 's Twitter Profile Photo

चमकत है बिजरी गरजत घन श्याम श्याम,
                   कारे मतवारे बादर भी सुहावना।
बरसत ज्यूं फुवांरे पल पल मेघमाली के,
             दादुर गीत गावें जैसे आये हो पावना।
मोरन की शोर मची पीहूं-पीहूं बोलि रहे,
           कोयल के मधुर शब्द बारिश बरसावना।
~शिवदीन राम जोशी

चमकत है बिजरी गरजत घन श्याम श्याम,                    कारे मतवारे बादर भी सुहावना। बरसत ज्यूं फुवांरे पल पल मेघमाली के,              दादुर गीत गावें जैसे आये हो पावना। मोरन की शोर मची पीहूं-पीहूं बोलि रहे,            कोयल के मधुर शब्द बारिश बरसावना। ~शिवदीन राम जोशी #कविता_कोश
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