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इतनी पुरानी दोस्ती थी कि राज्यसभा में वोट के काम भी नहीं आयी। इस तरह सुदामा जमकर कृष्ण का साथ देते हुए भाजपा में शामिल हो गया।

ऐसी राजनीतिक परिस्थिति से घिरे नेताओं के बारे में समाजवादी चिंतक किशन पटनायक लिखते हैं कि :-

'तर्क और निर्णय, दोनों स्तरों पर गुलाम का दिमाग़ कमजोर…

इतनी पुरानी दोस्ती थी कि राज्यसभा में वोट के काम भी नहीं आयी। इस तरह सुदामा जमकर कृष्ण का साथ देते हुए भाजपा में शामिल हो गया।

ऐसी राजनीतिक परिस्थिति से घिरे नेताओं के बारे में समाजवादी चिंतक किशन पटनायक लिखते हैं कि :-

'तर्क और निर्णय, दोनों स्तरों पर गुलाम का दिमाग़ कमजोर…
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Kumar Sunil 🇮🇳(@Sunil27_) 's Twitter Profile Photo

महान समाजवादी चिंतक,लेखक
32वर्ष की उम्र मे सांसद रहे
जी की पर सादर👏नमन

वैकल्पिक राजनीति के वाहक
किशन जी ने अनगिनत को मिट्टी से उठाकर शक्ल🙌आकार दिया

आर्थिक व जाति-धर्म पर
को जिंदा रखने मे वे प्रकाशपुंज🌟की भांति राह दिखाते थे

महान समाजवादी चिंतक,लेखक
32वर्ष की उम्र मे सांसद रहे
#किशन_पटनायक जी की #पुण्यतिथि पर सादर👏नमन

वैकल्पिक राजनीति के वाहक
किशन जी ने अनगिनत #युवाओ को मिट्टी से उठाकर शक्ल🙌आकार दिया

आर्थिक व जाति-धर्म पर
#समाज_के_दरकते_भरोसे को जिंदा रखने मे वे प्रकाशपुंज🌟की भांति राह दिखाते थे
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JEDI मूलनिवासी(@jdmulniwasi) 's Twitter Profile Photo

'दलित'शब्द का ईतिहास
बाबासाहब द्वारा बनाए गए संगठन का नाम
SCHEDULE CASTE FEDERATION था ओर उनके सामने गांधी प्रेरित जगजीवन राम ने
'दलित वर्ग संघ'संगठन बनाया
गांधी ने इस दलित शब्द को मान्यता दी इसकी पुष्टि किशन पटनायक लिखित पुस्तक विकल्पहिन नहीं है दुनिया में मिलती है

'दलित'शब्द का ईतिहास
बाबासाहब द्वारा बनाए गए संगठन का नाम
SCHEDULE CASTE FEDERATION था ओर उनके सामने गांधी प्रेरित जगजीवन राम ने 
'दलित वर्ग संघ'संगठन बनाया
गांधी ने इस दलित शब्द को मान्यता दी इसकी पुष्टि किशन पटनायक लिखित पुस्तक विकल्पहिन नहीं है दुनिया में मिलती है
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Dr. Laxman Yadav(@DrLaxman_Yadav) 's Twitter Profile Photo

आज बांद्रा, मुंबई में सेवादल के सौ साल पूरे होने पर आयोजित ऐतिहासिक जलसे में मेरे पिताजी के राजनीतिक गुरु रहे प्रख्यात समाजवादी नेता किशन पटनायक की पत्नी व साथी रहीं वाणी जी से भेंट हुई. मेरे लिए ये लम्हा अपनी जड़ों से और जुड़ाव महसूस करने जैसा था. वाणी जी पाँच भाषाएँ जानती हैं,…

आज बांद्रा, मुंबई में सेवादल के सौ साल पूरे होने पर आयोजित ऐतिहासिक जलसे में मेरे पिताजी के राजनीतिक गुरु रहे प्रख्यात समाजवादी नेता किशन पटनायक की पत्नी व साथी रहीं वाणी जी से भेंट हुई. मेरे लिए ये लम्हा अपनी जड़ों से और जुड़ाव महसूस करने जैसा था. वाणी जी पाँच भाषाएँ जानती हैं,…
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महान समाजवादी चिंतक,लेखक
पूर्व सांसद जी की पर सादर नमन👏

वैकल्पिक राजनीति के वाहक,
जनांदोलन-कारी,किशन जी ने अनगिनत को मिट्टी से उठाकर शक्ल🙌आकार दिया

आर्थिक व जाति-धर्म पर
को जिंदा रखने मे वे प्रकाशपुंज🌟की भांति राह दिखाते थे

महान समाजवादी चिंतक,लेखक
पूर्व सांसद #किशन_पटनायक जी की #पुण्यतिथि पर सादर नमन👏

वैकल्पिक राजनीति के वाहक,
जनांदोलन-कारी,किशन जी ने अनगिनत #युवाओ को मिट्टी से उठाकर शक्ल🙌आकार दिया

आर्थिक व जाति-धर्म पर
#समाज_के_दरकते_भरोसे को जिंदा रखने मे वे प्रकाशपुंज🌟की भांति राह दिखाते थे
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Atul Pandey(@atulpandey39) 's Twitter Profile Photo

राजनीति का स्वर्णयुग तब होता है जब किसी राज्य या भूभाग में धर्म,संस्कृति, ज्ञान,अर्थनीति या राजनीति के क्षेत्र में मूल्यों (Values) का आंदोलन होता है। मूल्यों का यह आंदोलन राजनीति के बाहरी क्षेत्रों में होने पर भी राजनीति इसके द्वारा प्रभावित होती है।

- किशन पटनायक

राजनीति का स्वर्णयुग तब होता है जब किसी राज्य या भूभाग में धर्म,संस्कृति, ज्ञान,अर्थनीति या राजनीति के क्षेत्र में मूल्यों (Values) का आंदोलन होता है। मूल्यों का यह आंदोलन राजनीति के बाहरी क्षेत्रों में होने पर भी राजनीति इसके द्वारा प्रभावित होती है।

- किशन पटनायक
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Yogendra Yadav(@_YogendraYadav) 's Twitter Profile Photo

आज किशन पटनायक जी की १५ वीं बरसी है।
२० साल उनकी संगत और शागिर्दी के दौरान मैंने उन्हें एक बार भी छोटा बड़ा झूठ या अर्धसत्य बोलते नहीं सुना।

आने वाली पीढ़ियों को विश्वास नहीं होगा की ऐसा शख़्स हमारे बीच था, राजनीति में था।

नमन किशन जी!आपने इस कच्ची मिट्टी को बंदा बना दिया।

आज किशन पटनायक जी की १५ वीं बरसी है।
२० साल उनकी संगत और शागिर्दी के दौरान मैंने उन्हें एक बार भी छोटा बड़ा झूठ या अर्धसत्य बोलते नहीं सुना।

आने वाली पीढ़ियों को विश्वास नहीं होगा की ऐसा शख़्स हमारे बीच था, राजनीति में था।

नमन किशन जी!आपने इस कच्ची मिट्टी को बंदा बना दिया।
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Divakar(@singh_divakar) 's Twitter Profile Photo

जिस समय देश अपने कठिनतम दौर से गुज़र रहा हो उस समय गांधी, अम्बेडकर, भगत सिंह, नेहरू, लोहिया, किशन पटनायक और असंख्य आन्दोलनों से जोड़ने वाले और राजनीति के मायने सिखाने वाले शिक्षक Yogendra Yadav, Prashant Bhushan और Dr. Anand Kumar शुक्रिया। हम लड़ेंगे साथी ✊🏽

जिस समय देश अपने कठिनतम दौर से गुज़र रहा हो उस समय गांधी, अम्बेडकर, भगत सिंह, नेहरू, लोहिया, किशन पटनायक और असंख्य आन्दोलनों से जोड़ने वाले और राजनीति के मायने सिखाने वाले शिक्षक  @_YogendraYadav, @pbhushan1 और  @_ProfAnand  शुक्रिया। हम लड़ेंगे साथी ✊🏽
#HappyTeachersDay
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सुमन्त(@sumantkabir) 's Twitter Profile Photo

किशन पटनायक के एक अनुयायी..राहुल जी के आला मुरीद ने कुछ दिनों पहले अपने वीडियो में से भी नाउम्मीद होते हुए जनता से सड़कों पर उतरने की अपील की थी। दिन दूर नहीं, जब Rahul Gandhi भी यही अपील करते नजर आएंगे। पर फिर नाउम्मीद होंगे। वह आखिरी होगा।

किशन पटनायक के एक अनुयायी..राहुल जी के आला मुरीद ने कुछ दिनों पहले अपने वीडियो में #न्यायपालिका से भी नाउम्मीद होते हुए जनता से सड़कों पर उतरने की अपील की थी। दिन दूर नहीं, जब @RahulGandhi भी यही अपील करते नजर आएंगे। पर फिर नाउम्मीद होंगे। वह आखिरी होगा।
#स्टेट_कैप्चर
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Yogendra Yadav(@_YogendraYadav) 's Twitter Profile Photo

आज शाम 4.30 पर हमारे वरिष्ठ साथी सोमनाथ त्रिपाठी नहीं रहे। आप स्वराज इंडिया के अध्यक्ष मंडल के सदस्य, किशन पटनायक के निकटतम सहयोगी, समता संगठन से समाजवादी जनपरिषद की यात्रा के सहयात्री, सामयिक वार्ता के संपादक मंडल के सहयोगी, किसान नेता और समाजवादी आंदोलन के समर्पित सेनानी थे।

आज शाम 4.30 पर हमारे वरिष्ठ साथी सोमनाथ त्रिपाठी नहीं रहे। आप स्वराज इंडिया के अध्यक्ष मंडल के सदस्य, किशन पटनायक के निकटतम सहयोगी, समता संगठन से समाजवादी जनपरिषद की यात्रा के सहयात्री, सामयिक वार्ता के संपादक मंडल के सहयोगी, किसान नेता और समाजवादी आंदोलन के समर्पित सेनानी थे।
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Yogendra Yadav(@_YogendraYadav) 's Twitter Profile Photo

आज किशन (पटनायक) जी का जन्मदिवस था।
उनकी स्मृति में निर्मल वर्मा ने लिखा था 'वे इतनी कम जगह घेरते थे'!
पता नहीं आने वाली पीढ़ियों को कभी विश्वास होगा कि राजनीति में कभी इतनी मर्यादा, इतना संकोच, इतना सच और इतना संकल्प एक साथ हो सकता है।
आपकी एक झलक कभी अपने जीवन में ला सकूंगा?

आज किशन (पटनायक) जी का जन्मदिवस था।
उनकी स्मृति में निर्मल वर्मा ने लिखा था 'वे इतनी कम जगह घेरते थे'!
पता नहीं आने वाली पीढ़ियों को कभी विश्वास होगा कि राजनीति में कभी इतनी मर्यादा, इतना संकोच, इतना सच और इतना संकल्प एक साथ हो सकता है।
आपकी एक झलक कभी अपने जीवन में ला सकूंगा?
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प्रमोद जोशी Pramod Joshi പ്രമോദ് ജോഷി پرمود جوشی,(@pjoshi23) 's Twitter Profile Photo

प्रणय रॉय पर किशन पटनायक ने यह लेख 1994 में लिखा था। अब जब प्रणय रॉय के नियंत्रण से एनडीटीवी के बाहर होने की खबर आई है, इस आलेख को पढ़ना रोचक होगा जिस दौर में प्रणय रॉय देश के नए मीडिया के प्रारंभिक सूत्रधार के रूप में उभर रहे थे।pramathesh.blogspot.com/2022/11/blog-p…

प्रणय रॉय पर किशन पटनायक ने यह लेख 1994 में लिखा था।  अब जब प्रणय रॉय के नियंत्रण से एनडीटीवी के बाहर होने की खबर आई है, इस आलेख को पढ़ना रोचक होगा जिस दौर में प्रणय रॉय देश के नए मीडिया के प्रारंभिक सूत्रधार के रूप में उभर रहे थे।pramathesh.blogspot.com/2022/11/blog-p…
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Upendra Kushwaha(@UpendraKushRLM) 's Twitter Profile Photo

पटना: आज अपने आवास पर जद (यू.) प्रदेश महासचिव श्री राम पुकार सिन्हा द्वारा लिखित पुस्तक 'समाजवाद और राजनीति' किशन पटनायक' का विमोचन किया।

पटना: आज अपने आवास पर जद (यू.) प्रदेश महासचिव श्री राम पुकार सिन्हा द्वारा लिखित पुस्तक 'समाजवाद और राजनीति' किशन पटनायक' का विमोचन किया।
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Alok Putul(@thealokputul) 's Twitter Profile Photo

किशन जी जीवित होते तो आज 91 साल के होते.

जब तक वो थे, हमारे जैसे लोग ईमानदार नेताओं का नाम पूछे जाने पर दुविधा की स्थिति में नहीं पड़ते थे.

निराशा और हताशा की स्थिति में वो बताते थे कि दुनिया विकल्पहीन नहीं है.

मौलिक विचारकों के अकाल में, बारिश की तरह थे किशन पटनायक.

नमन !

किशन जी जीवित होते तो आज 91 साल के होते.

जब तक वो थे, हमारे जैसे लोग ईमानदार नेताओं का नाम पूछे जाने पर दुविधा की स्थिति में नहीं पड़ते थे.

निराशा और हताशा की स्थिति में वो बताते थे कि दुनिया विकल्पहीन नहीं है.

मौलिक विचारकों के अकाल में, बारिश की तरह थे किशन पटनायक.

नमन !
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Youth For Swaraj(@Youth4Swaraj) 's Twitter Profile Photo

किशन पटनायक जी की जयंती पर उन्हे नमन।

आज के दौर की राजनीति मे उनके विचार हमारे लिये प्रेरणा स्रोत है।

किशन पटनायक जी की जयंती पर उन्हे नमन। 

आज के दौर की राजनीति मे उनके विचार हमारे लिये प्रेरणा स्रोत है।
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Dr. Gyan Prakash Yadav(@Gyanprakash1007) 's Twitter Profile Photo

जोख़िम उठाने होंगे

डॉ. लोहिया को पढ़ना और उनके विचारों को व्यवहार में उतारना भी एक जोखिम ही है। यह बात मुझे पिछली पोस्ट में भलीभांति पता चल गई। यहाँ पर आते-आते मुक्तिबोध की यह पंक्ति याद आती है- 'जोख़िम उठाने होंगे/तोड़ने होंगे /मठ और गढ़ सभी'। समाजवादी विचारक किशन पटनायक ने…

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Yogendra Yadav(@_YogendraYadav) 's Twitter Profile Photo

आज 2 बजे संडे सत्संग के दूसरे अंक का सीधा प्रसारण फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर
आज का फोकस किसान आंदोलन पर
विशेष: किसान आंदोलन के गीत
विचार: ये MSP क्या है? क्यों चाहिए?
व्यंग्य: पुष्पा जीजी
विरासत: किशन पटनायक
विमर्श: तीन कानूनों पर सवाल जवाब
विकल्प: आंदोलन से कैसे जुड़ें?

आज 2 बजे संडे सत्संग के दूसरे अंक का सीधा प्रसारण फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर
आज का फोकस किसान आंदोलन पर
विशेष: किसान आंदोलन के गीत
विचार: ये MSP क्या है? क्यों चाहिए?
व्यंग्य: पुष्पा जीजी
विरासत: किशन पटनायक
विमर्श: तीन कानूनों पर सवाल जवाब
विकल्प: आंदोलन से कैसे जुड़ें?
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Doordarshan Kisan दूरदर्शन किसान(@DDKisanChannel) 's Twitter Profile Photo

सामाजिक कार्यकर्त्ता किशन पटनायक ने कहा आज का किसान सरकारी सहायता को लेकर केंद्र और राज्य के बीच झूलता नज़र आता है

सामाजिक कार्यकर्त्ता किशन पटनायक ने कहा आज का किसान सरकारी सहायता को लेकर केंद्र और राज्य के बीच झूलता नज़र आता है
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Anurag Agney(@anurag_agney) 's Twitter Profile Photo

बीसवीं सदी के अंतिम दशकों में मनुष्य का विचार कमज़ोर हो रहा है, मानो मनुष्य जाति का दिमाग़ छोटा हो रहा है। परिस्थितियों को समझने और सुलझाने के लिए प्रचलित विचार और सारे शास्त्र बिल्कुल नाकाफ़ी साबित हो रहे हैं। ◆किशन पटनायक

बीसवीं सदी के अंतिम दशकों में मनुष्य का विचार कमज़ोर हो रहा है, मानो मनुष्य जाति का दिमाग़ छोटा हो रहा है। परिस्थितियों को समझने और सुलझाने के लिए प्रचलित विचार और सारे शास्त्र बिल्कुल नाकाफ़ी साबित हो रहे हैं। ◆किशन पटनायक
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Dr. Anand Kumar(@_ProfAnand) 's Twitter Profile Photo

किशन पटनायक वैकल्पिक राजनीति के लिए समर्पित निष्काम नायक थे. गांधी-आम्बेडकर-लोहिया-जयप्रकाश के बाद के पूँजीवादी संसदवादी दौर में समाजवादी सपनों को ज़िंदा रखने में उनका अप्रतिम योगदान था. उनको १९६९ से निकट से जानने- मानने वाले आनंद कुमार से अर्पण कुमार की एक विशेष बातचीत.

किशन पटनायक वैकल्पिक राजनीति के लिए समर्पित निष्काम नायक थे. गांधी-आम्बेडकर-लोहिया-जयप्रकाश के बाद के पूँजीवादी संसदवादी दौर में समाजवादी सपनों को ज़िंदा रखने में उनका अप्रतिम योगदान था. उनको १९६९ से निकट से जानने- मानने वाले आनंद कुमार से अर्पण कुमार की एक विशेष बातचीत.
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