आज का #गीत
आपकी #पसन्द
आपकी #फ़रमाईश
आपकी #नज़र
कैसे रहूँ चुप 🥀
कि मैने पी ही क्या है 🌷
होश अभी तक है बाक़ी 🥀
और ज़रा सी दे-दे साक़ी 🌷
और ज़रा सी और 🥀
कैसे रहूँ चुप 🌷
#विजय_की_पसंद
#विजय_उर्फ़_परदेसी ❤️❤️❤️
आज का #गीत
आपकी #पसन्द
आपकी #फ़रमाईश
आपकी #नज़र
मेरे हाथों में 🥀
नौ-नौ चूड़ियाँ हैं 🌷
थोड़ा ठहरो 🥀
सजन मजबूरियाँ हैं 🌷
मिलन होगा 🥀
अभी इक रात की दूरिया है 🌷
#विजय_की_पसंद
#विजय_उर्फ़_परदेसी ❤️❤️❤️
आज का #गीत
आपकी #पसन्द
आपकी #फ़रमाईश
आपकी #नज़र
शीशा हो या दिल हो 🥀
आख़िर टूट जाता है 🌷
लब तक आते आते 🥀
हाथों से साग़र 🌷
छूट जाता है 🥀
#विजय_की_पसंद
#विजय_उर्फ़_परदेसी ❤️❤️❤️