The Equality(@TheEqualityLab) 's Twitter Profile Photo

हिन्दूओं में नीची से नीची समझी जाने वाली जाति भी अपने से नीची एक और जाति ढूँढ लेती है।

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Masood Alam (मसऊद / مسعود عالم)(@im_MasoodKhan) 's Twitter Profile Photo

'न्याय को अंधा कहा गया है - मैं समझता हूँ न्याय अंधा नहीं, काना है, एक ही तरफ़ देख पाता है !!'

-हरिशंकरपरसाई

'न्याय को अंधा कहा गया है - मैं समझता हूँ न्याय अंधा नहीं, काना है, एक ही तरफ़ देख पाता है !!'

-हरिशंकरपरसाई
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Hindi Kavita(@Hindi_Kavitaa) 's Twitter Profile Photo

ख़ुशफ़हमी से नेता पनपता है
मगर जनता नष्ट होती है
यही इस देश में हो रहा है


पोस्टर - पंकज दीक्षित

ख़ुशफ़हमी से नेता पनपता है 
मगर जनता नष्ट होती है 
यही इस देश में हो रहा है 

#हरिशंकरपरसाई #harishankarparsai 
पोस्टर - पंकज दीक्षित
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|🇮🇳 𝙵𝙰𝙸𝚉(@zules7172) 's Twitter Profile Photo

'एक महान पुरुष के हाथों मरने का फायदा'

एक समय आएगा जब गांधी, गोडसे के बहाने याद किए जाएंगे. अभी तक गोडसे को गांधी के बहाने याद किया जाता था. गोडसे की जय-जयकार होगी, बताया जाएगा कि इस दिन गोडसे ने गांधी को मार डाला था

👉यही वह समय तो नहीं🤔

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Sayantani(@SayantaniINC) 's Twitter Profile Photo

अंधभक्त होने के लिए प्रचंड मुर्ख होना अनिवार्य शर्त हैं!

अंधभक्त होने के लिए प्रचंड मुर्ख होना अनिवार्य शर्त हैं! 
#हरिशंकरपरसाई
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Sampita 'Lovely' 💙(@Sampita_Ahirwar) 's Twitter Profile Photo

हिन्दूओं में नीची से नीची समझी जाने वाली जाति भी अपने से नीची एक और जाति ढूँढ लेती है।

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प्रिया गर्ग(@PriyaG_11_04) 's Twitter Profile Photo

8/50 (For year 2018) HT Brunch
परसाई जी की कलम की धार का परिचय देती है ये किताब। यह किताब व्यंग्यों का संग्रह है जो आज के समय में भी सटीक मालूम होती है। किताब की भाषा पढ़ने और समझने में आसान है।
Rajkamal Prakashan 📚

8/50 (For year 2018) #BrunchBookChallenge @HTBrunch
परसाई जी की कलम की धार का परिचय देती है ये किताब। यह किताब व्यंग्यों का संग्रह है जो आज के समय में भी सटीक मालूम होती है। किताब की भाषा पढ़ने और समझने में आसान है। 
#हरिशंकरपरसाई @RajkamalBooks
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Tarique Siddiqui (طارق صدیقی)🇮🇳(@1_tarique) 's Twitter Profile Photo

'न्याय को अंधा कहा गया है - मैं समझता हूँ न्याय अंधा नहीं, काना है, एक ही तरफ़ देख पाता है !!'

-हरिशंकरपरसाई

'न्याय को अंधा कहा गया है - मैं समझता हूँ न्याय अंधा नहीं, काना है, एक ही तरफ़ देख पाता है !!'

-हरिशंकरपरसाई
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Sunil Yadav(@YadavSunil80) 's Twitter Profile Photo

हमारे समाज में नीची से नीची समझी जाने वाली जाति भी अपने से नीची एक और जाति ढूँढ लेती है।

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